
धनबाद / झारखण्ड (सिजुआ, एरिया 5) कोयला खनन कार्य के कारण विस्थापन की कगार पर खड़ी छै दस तेतुमुलड़ी बस्ती की महिलाएं भय और दहशत के माहौल में जीने को मजबूर हैं। ग्राम वासियों के आग्रह पर जब हमारे स्वतंत्र 11 न्यूज के साथ और पत्रकार भी वहाँ पहुंचे, तो अधिकतर पुरुष कार्य से बाहर गए हुए थे, और महिलाएं ही अपनी दुखद स्थिति बयां कर रही थीं।
स्थानीय महिलाओं के अनुसार, बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) द्वारा हिल टॉप आउटसोर्सिंग कंपनी को ठेका देकर कोयला उत्खनन का कार्य कराया जा रहा है। खुदाई के दौरान लगातार ब्लास्टिंग की जा रही है, जिससे उनके घरों में कंपन होता है और कोयला व पत्थर उड़कर घरों तक आ जाते हैं। इससे भयभीत होकर महिलाओं को हर दिन ब्लास्टिंग के समय एक किलोमीटर दूर सड़क पर शरण लेनी पड़ती है।
ग्रामवासियों की मांग: पहले पुनर्वास, फिर मंदिर का स्थानांतरण
तेतुलमुड़ी6/10 बस्ती में अब केवल 10-12 घर ही शेष रह गए हैं, बाकी लोग भय के कारण वहां से पलायन कर चुके हैं। बीसीसीएल कंपनी ने विस्थापितों को दूसरी जगह बसाने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन पहले वहां स्थित मंदिर को हटाने की शर्त रखी है।
हालांकि, स्थानीय लोग इस प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं। ग्रामवासियों का स्पष्ट कहना है कि जब तक हमें सुरक्षित स्थान पर बसाया नहीं जाता, तब तक हम मंदिर को यहां से हटाने की अनुमति नहीं देंगे। ग्रामीणों को आशंका है कि यदि पहले मंदिर को हटा दिया गया, तो बीसीसीएल उन्हें उचित पुनर्वास के बिना वहीं छोड़ देगी।
ग्रामीणों की अपील
गांव की महिलाओं और निवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि बीसीसीएल को निर्देश दिया जाए कि पहले सुरक्षित स्थान पर उनका पुनर्वास सुनिश्चित किया जाए। जब सभी लोग नई जगह बस जाएंगे, तब वे मंदिर के स्थानांतरण कराये
स्थानीय प्रशासन और बीसीसीएल के अधिकारियों से इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया लेने का प्रयास किया गया, जिसमें एरिया 5 के एजेंट साहब गोपाल जी से दूरभाष पर संपर्क करने के बाद उन्होंने स्पष्ट रूप में कहा कि यह कोई बड़ी मुद्दा नहीं है कल सीओ साहब आ रहे हैं बैठकर समाधान कर लिया जाएगा पुण: जोगता थाना प्रभारी पवन सिंह से इस मुद्दे पर बातचीत के लिए जब मैं थाना गया वे आवश्यक कार्य हेतु कहीं फील्ड में गए हुए थे दूरभाष पर संपर्क करने के बाद उन्होंने कहा कि कल आने के बाद बातचीत किया जाएगा